Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Nov 2018 · 2 min read

न तहज़ीब है न तमीज है……..

न तहज़ीब है न तमीज है
बड़े दिल फेंक और बदतमीज है
जिंदगी के समुद्र में गोता लगा रहे हैं
परायों से अंजान रिश्ता निभा रहे हैं
कहते हैं लोग बड़ा अजीब है
जी हाँ हम दिल फेंक और बदतमीज हैं……..

हैं बदतमीज उनके लिए जो आँखें दिखाते हैं
मीठी मीठी बातें कर के आपस मे लड़वाते हैं
दूसरों की जिंदगी का मसीहा बनना चाहते है
लड़कियों पर भद्दे कमेंट कर अपनी शान बढ़ाते है
बदतमीज हूँ उनके लिए जो अभिमान रखते है
लोगों को तुच्छ समझने का एहसान करते हैं………

मै बड़ा दिल फेंक किस्म का हूँ
मतलबी नही हूँ लेकिन रखता
सबकी खबर हूँ, नजरों मे मेरी
जो बस जाता फिर दिल उस पर
कुर्बान करने की फ़ितरत से बाज
नही आता, दिल फेंकने की आदत
से हूँ इतना मजबूर कि लोग कहते
हैं छिछोरा तो वो भी है मंजूर….

तो जी मै हूँ छिछोरा दिल फेंक और बदतमीज
लेकिन जाग रहा है मेरा अभी भी जमीर
थोड़ी सी इंसानियत अभी अंदर ज़िंदा है
मेरा तो बदतमीजी एक धंधा है
लेकिन ये समाज तो उससे भी कहीं ज्यादा गंदा है
बहन बेटियों का घर मे ही होता है शोषण उम्र कुछ
भी हो करने वालों को फर्क नही पड़ता उनका तो
होता है ये पैशन मै भी ये शौक रखता तो शायद फिर
दिल फेंक नही लगता, तहज़ीब वालों की मै बात नही
करता सर पर हाथ रख नजरों से वार नही करता…..
अपना तो सही है बदतमीजी का लेवल लगाए घूम रहे
हैं दिल फेंक और छिछोरा कहलाए………

न तहज़ीब है न तमीज है
बड़े दिल फेंक और बदतमीज है
लोग कहते है बड़ा अजीब है
हाँ जी हम तो छिछोरे दिल फेंक
और बदतमीज हैं……….

#निखिल_कुमार_अंजान……..

Language: Hindi
2 Likes · 2 Comments · 276 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
विश्व कविता दिवस
विश्व कविता दिवस
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
🍁🍁तेरे मेरे सन्देश-10🍁🍁
🍁🍁तेरे मेरे सन्देश-10🍁🍁
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
आँखें
आँखें
Kshma Urmila
2757. *पूर्णिका*
2757. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
यही विश्वास रिश्तो की चिंगम है
यही विश्वास रिश्तो की चिंगम है
भरत कुमार सोलंकी
संवेदना सुप्त हैं
संवेदना सुप्त हैं
Namrata Sona
*गोल- गोल*
*गोल- गोल*
Dushyant Kumar
मुस्कुराकर बात करने वाले
मुस्कुराकर बात करने वाले
Chitra Bisht
जीवन - अस्तित्व
जीवन - अस्तित्व
Shyam Sundar Subramanian
मेरे दिल की आवाज़ के अनुसार जो आपसे बात करना नहीं चाहे या जो
मेरे दिल की आवाज़ के अनुसार जो आपसे बात करना नहीं चाहे या जो
रुपेश कुमार
*प्रकटो हे भगवान धरा पर, सज्जन सब तुम्हें बुलाते हैं (राधेश्
*प्रकटो हे भगवान धरा पर, सज्जन सब तुम्हें बुलाते हैं (राधेश्
Ravi Prakash
विरह की वेदना
विरह की वेदना
surenderpal vaidya
दौड़ना शुरू करोगे तो कुछ मिल जायेगा, ठहर जाओगे तो मिलाने वाल
दौड़ना शुरू करोगे तो कुछ मिल जायेगा, ठहर जाओगे तो मिलाने वाल
Ravikesh Jha
अजीब शै है ये आदमी
अजीब शै है ये आदमी
DR ARUN KUMAR SHASTRI
रात बसर कर ली रात रंगीन गुजरने की आस में,
रात बसर कर ली रात रंगीन गुजरने की आस में,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
चित्रकार
चित्रकार
Ritu Asooja
जब तक हो तन में प्राण
जब तक हो तन में प्राण
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
राधा कृष्ण होली भजन
राधा कृष्ण होली भजन
Khaimsingh Saini
"उम्रों के बूढे हुए जिस्मो को लांघकर ,अगर कभी हम मिले तो उस
Shubham Pandey (S P)
आज़ाद भारत एक ऐसा जुमला है
आज़ाद भारत एक ऐसा जुमला है
SURYA PRAKASH SHARMA
सहज - असहज
सहज - असहज
Juhi Grover
"शहनाई की गूंज"
Dr. Kishan tandon kranti
चूहा भी इसलिए मरता है
चूहा भी इसलिए मरता है
शेखर सिंह
चंद शब्दों से नारी के विशाल अहमियत
चंद शब्दों से नारी के विशाल अहमियत
manorath maharaj
"अपेक्षा"
Yogendra Chaturwedi
रुकती है जब कलम मेरी
रुकती है जब कलम मेरी
Ajit Kumar "Karn"
ആരും കാത്തിരിക്കാ
ആരും കാത്തിരിക്കാ
Heera S
फूल भी हम सबको जीवन देते हैं।
फूल भी हम सबको जीवन देते हैं।
Neeraj Agarwal
बल से दुश्मन को मिटाने
बल से दुश्मन को मिटाने
Anil Mishra Prahari
The Sound of Silence
The Sound of Silence
पूर्वार्थ
Loading...