Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Jan 2017 · 1 min read

**नक़ाब**

खूबसूरत दिल को
नकाब की आवश्यकता नहीं
नकाब तो झूठे लोग
असलियत छुपाने को
पहना करते हैं ।।
? मधुप बैरागी

Language: Hindi
498 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from भूरचन्द जयपाल
View all
You may also like:
युवा संवाद
युवा संवाद
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
नदी का किनारा ।
नदी का किनारा ।
Kuldeep mishra (KD)
शुभ गगन-सम शांतिरूपी अंश हिंदुस्तान का
शुभ गगन-सम शांतिरूपी अंश हिंदुस्तान का
Pt. Brajesh Kumar Nayak
बहन की रक्षा करना हमारा कर्तव्य ही नहीं बल्कि धर्म भी है, पर
बहन की रक्षा करना हमारा कर्तव्य ही नहीं बल्कि धर्म भी है, पर
जय लगन कुमार हैप्पी
जिन्दगी जीना बहुत ही आसान है...
जिन्दगी जीना बहुत ही आसान है...
Abhijeet
सचमुच सपेरा है
सचमुच सपेरा है
Dr. Sunita Singh
मनुष्य की महत्ता
मनुष्य की महत्ता
ओंकार मिश्र
अनेक मौसम
अनेक मौसम
Seema gupta,Alwar
मैं तो महज चुनौती हूँ
मैं तो महज चुनौती हूँ
VINOD CHAUHAN
#बहुत_जल्द
#बहुत_जल्द
*Author प्रणय प्रभात*
ज़िंदगी जीने के लिये क्या चाहिए.!
ज़िंदगी जीने के लिये क्या चाहिए.!
शेखर सिंह
दर्द की मानसिकता
दर्द की मानसिकता
DR ARUN KUMAR SHASTRI
ऐ वतन....
ऐ वतन....
Anis Shah
पढ़ो लिखो आगे बढ़ो पढ़ना जरूर ।
पढ़ो लिखो आगे बढ़ो पढ़ना जरूर ।
Rajesh vyas
Peace peace
Peace peace
Poonam Sharma
अच्छे   बल्लेबाज  हैं,  गेंदबाज   दमदार।
अच्छे बल्लेबाज हैं, गेंदबाज दमदार।
दुष्यन्त 'बाबा'
वक्त का सिलसिला बना परिंदा
वक्त का सिलसिला बना परिंदा
Ravi Shukla
असली दर्द का एहसास तब होता है जब अपनी हड्डियों में दर्द होता
असली दर्द का एहसास तब होता है जब अपनी हड्डियों में दर्द होता
प्रेमदास वसु सुरेखा
चिरैया पूछेंगी एक दिन
चिरैया पूछेंगी एक दिन
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
“ अपनों में सब मस्त हैं ”
“ अपनों में सब मस्त हैं ”
DrLakshman Jha Parimal
You're going to realize one day :
You're going to realize one day :
पूर्वार्थ
मैं साहिल पर पड़ा रहा
मैं साहिल पर पड़ा रहा
Sahil Ahmad
जिसने अस्मत बेचकर किस्मत बनाई हो,
जिसने अस्मत बेचकर किस्मत बनाई हो,
Sanjay ' शून्य'
2899.*पूर्णिका*
2899.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*समय अच्छा अगर हो तो, खुशी कुछ खास मत करना (मुक्तक)*
*समय अच्छा अगर हो तो, खुशी कुछ खास मत करना (मुक्तक)*
Ravi Prakash
बेटी के जीवन की विडंबना
बेटी के जीवन की विडंबना
Rajni kapoor
" बोलियाँ "
Dr. Kishan tandon kranti
नींद
नींद
Kanchan Khanna
सुनो सरस्वती / MUSAFIR BAITHA
सुनो सरस्वती / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
भारत की होगी दुनिया में, फिर से जय जय कार
भारत की होगी दुनिया में, फिर से जय जय कार
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
Loading...