Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 May 2024 · 1 min read

न्याय होता है

एक बार धोखा खाया हुआ व्यक्ति, वो ही गलती हर बार करता है।
इस विश्वसनीयता का लाभ उठाकर, धूर्त विश्वास पे वार करता है।
यूॅं बार-बार विश्वासघात करने से, वो स्वतः सारा विश्वास खोता है।
प्रकृति चोट, प्राणत्व की खोट, प्रभु सभा में सबका न्याय होता है।

सदैव बुरे कर्म करने से ही, मानव पूरी मानवता को आरोपित करे।
छल व कपट करते रहने से, प्राणी अपने मोक्ष को अवरोधित करे।
भविष्य की कॅंटीली पौध को, वचनों से मनुष्य वर्तमान में बोता है।
प्राणी व प्रकृति इन दोनों का, परमात्मा की सभा में न्याय होता है।

किसी की भलाई नहीं सोचते, बुरी अवस्था देख लोग मुस्कुराते हैं।
यों अनैतिक व्यवहार करने से, मनुष्य-जाति शर्मसार कर जाते हैं।
ऐसे सभी लोगों को ईश्वर भी, पछतावे के अग्नि-कुंड में डुबोता है।
प्राणी व प्रकृति इन दोनों का, परमात्मा की सभा में न्याय होता है।

कुंठा, ईर्ष्या और क्रोध सभी, हमारे हृदय में विकार भरते रहते हैं।
लोभ-मोह के भाव न आए, पर दिल से यही विचार करते रहते हैं।
मोह की टोह लगते ही प्राणी, एक नवजात शिशु की तरह रोता है।
प्राणी व प्रकृति इन दोनों का, परमात्मा की सभा में न्याय होता है।

जब यौवन का सावन बिछड़ जाना है, तो फिर यह पाखण्ड कैसा?
हरे-भरे पत्तों ने शाख से झड़ जाना है, फिर सबमें है घमण्ड कैसा?
अन्त समय में हर बात यूॅं दोहराए, मानो मनुष्य एक रट्टू तोता है।
प्राणी व प्रकृति इन दोनों का, परमात्मा की सभा में न्याय होता है।

2 Likes · 129 Views
Books from हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
View all

You may also like these posts

कलम का वरदान
कलम का वरदान
Indu Nandal
संवेदनाओं का भव्य संसार
संवेदनाओं का भव्य संसार
Ritu Asooja
???????
???????
शेखर सिंह
कब भोर हुई कब सांझ ढली
कब भोर हुई कब सांझ ढली
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
हिन्दी की मिठास, हिन्दी की बात,
हिन्दी की मिठास, हिन्दी की बात,
Swara Kumari arya
हालातों से युद्ध हो हुआ।
हालातों से युद्ध हो हुआ।
Kuldeep mishra (KD)
समन्वय आनन्द पर्व का
समन्वय आनन्द पर्व का
Karuna Bhalla
लक्ष्य
लक्ष्य
Shashi Mahajan
सीखा रहा उड़ना मुझे, जिस गति से सैयाद ।.
सीखा रहा उड़ना मुझे, जिस गति से सैयाद ।.
RAMESH SHARMA
*भाग्य विधाता देश के, शिक्षक तुम्हें प्रणाम (कुंडलिया)*
*भाग्य विधाता देश के, शिक्षक तुम्हें प्रणाम (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
शख्सियत ही कुछ ऐसी है,
शख्सियत ही कुछ ऐसी है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
महाकाल के भक्त है अंदर से सशक्त है।
महाकाल के भक्त है अंदर से सशक्त है।
Rj Anand Prajapati
मोटा बिल्ला
मोटा बिल्ला
विजय कुमार नामदेव
एक तू ही वह लड़की है
एक तू ही वह लड़की है
gurudeenverma198
मिथिलाक बेटी
मिथिलाक बेटी
श्रीहर्ष आचार्य
गीत- किसी का मर्ज़ समझेगा...
गीत- किसी का मर्ज़ समझेगा...
आर.एस. 'प्रीतम'
बेटी का हक़
बेटी का हक़
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी "
जहाँ सूर्य की किरण हो वहीं प्रकाश होता है,
जहाँ सूर्य की किरण हो वहीं प्रकाश होता है,
Ranjeet kumar patre
ना तो कला को सम्मान ,
ना तो कला को सम्मान ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
😢विडम्बना😢
😢विडम्बना😢
*प्रणय*
रिश्ता
रिश्ता
डा0 निधि श्रीवास्तव "सरोद"
दुर्भाग्य का सामना
दुर्भाग्य का सामना
Paras Nath Jha
4329.*पूर्णिका*
4329.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
सफर पर चला था इस भ्रम में कि सभी साथ होंगे वक्त बेवक्त मेरे
सफर पर चला था इस भ्रम में कि सभी साथ होंगे वक्त बेवक्त मेरे
VINOD CHAUHAN
जय जय राजस्थान
जय जय राजस्थान
Ravi Yadav
World Earth Day
World Earth Day
Tushar Jagawat
" जवानी "
Dr. Kishan tandon kranti
दर्द इस क़दर मिले
दर्द इस क़दर मिले
हिमांशु Kulshrestha
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
घर संसार का बिखरना
घर संसार का बिखरना
Krishna Manshi
Loading...