Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Mar 2024 · 1 min read

*नौकरपेशा लोग रिटायर, होकर मस्ती करते हैं (हिंदी गजल)*

नौकरपेशा लोग रिटायर, होकर मस्ती करते हैं (हिंदी गजल)
________________________
1)
नौकरपेशा लोग रिटायर, होकर मस्ती करते हैं
या शायद खाली-खाली दिन, उनको बहुत अखरते हैं
2)
सोच रहे जो साठ साल के, बाद रहेंगे बढ़िया-से
उनके अंतिम दिन रो-रोकर, अक्सर बुरे गुजरते हैं
3)
समय काटने की तरकीबें, बूढ़े लोग लगाते हैं
व्यर्थ इधर से उधर हमेशा, सारे समय विचरते हैं
4)
अर्थव्यवस्था जिस घर की भी, ढहती है कारण जो हो
बहुत समय के बाद वहॉं के, जन फिर कभी उबरते हैं
5)
मिलता है परलोक सुखों का, केवल किस्मत वालों को
पुण्यों की नौका पर चढ़कर, भवसागर वह तरते हैं
6)
लोभ-मोह की हथकड़ियों से, बॅंधी नहीं जिनकी जिह्वा
सच कहने से खुले मंच पर, कभी नहीं वह डरते हैं
7)
जंगल ही में शेर दहाड़ा, सर्कस में मिमियाएगा
बिना परिश्रम खाने वाले, जग में यों ही मरते हैं
_____________________
रचयिता: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 9997615451

217 Views
Books from Ravi Prakash
View all

You may also like these posts

बहारों का मौसम सज़ा दिजिए ।
बहारों का मौसम सज़ा दिजिए ।
Jyoti Shrivastava(ज्योटी श्रीवास्तव)
पापा गये कहाँ तुम ?
पापा गये कहाँ तुम ?
Surya Barman
*ज़िंदगी का सफर*
*ज़िंदगी का सफर*
sudhir kumar
तन्हा रातों में इक आशियाना ढूंढती है ज़िंदगी,
तन्हा रातों में इक आशियाना ढूंढती है ज़िंदगी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
माँ गौरी रूपेण संस्थिता
माँ गौरी रूपेण संस्थिता
Pratibha Pandey
"मैं पूछता हूँ"
Dr. Kishan tandon kranti
हमको भी सलीक़ा है लफ़्ज़ों को बरतने का
हमको भी सलीक़ा है लफ़्ज़ों को बरतने का
Nazir Nazar
*शंकर जी (बाल कविता)*
*शंकर जी (बाल कविता)*
Ravi Prakash
यक्षिणी- 22
यक्षिणी- 22
Dr MusafiR BaithA
దీపావళి కాంతులు..
దీపావళి కాంతులు..
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
I love you Shiv
I love you Shiv
Arghyadeep Chakraborty
जयंती विशेष : अंबेडकर जयंती
जयंती विशेष : अंबेडकर जयंती
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
हर शख्स नहीं होता है तुम जैसा
हर शख्स नहीं होता है तुम जैसा
Jyoti Roshni
अपमान
अपमान
Shutisha Rajput
त्रिलोकीनाथ
त्रिलोकीनाथ
D.N. Jha
माँ
माँ
Dr Archana Gupta
जो मिले...कायर ही मिले,
जो मिले...कायर ही मिले,
पं अंजू पांडेय अश्रु
सौंदर्य के मापदंड
सौंदर्य के मापदंड
Chitra Bisht
ई कइसन मिलन बा (बिदाई गीत)
ई कइसन मिलन बा (बिदाई गीत)
आकाश महेशपुरी
मणिपुर की वेदना
मणिपुर की वेदना
Khajan Singh Nain
ज़िंदगी नाम बस
ज़िंदगी नाम बस
Dr fauzia Naseem shad
मैं प्रभु का अतीव आभारी
मैं प्रभु का अतीव आभारी
महेश चन्द्र त्रिपाठी
*इश्क़ की फ़रियाद*
*इश्क़ की फ़रियाद*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
#एक_स्तुति
#एक_स्तुति
*प्रणय*
खुद को संवार लूँ.... के खुद को अच्छा लगूँ
खुद को संवार लूँ.... के खुद को अच्छा लगूँ
सिद्धार्थ गोरखपुरी
श्रद्धांजलि समर्पित
श्रद्धांजलि समर्पित
Er.Navaneet R Shandily
वो अपने दर्द अपनी पीड़ा में ही उलझे रहे
वो अपने दर्द अपनी पीड़ा में ही उलझे रहे
Sonam Puneet Dubey
नंगा चालीसा [ रमेशराज ]
नंगा चालीसा [ रमेशराज ]
कवि रमेशराज
संवेदना( वीर ज़वान)
संवेदना( वीर ज़वान)
Dr. Vaishali Verma
मनुष्य और प्रकृति
मनुष्य और प्रकृति
Sanjay ' शून्य'
Loading...