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12 Feb 2024 · 1 min read

नेता

राजनीति तो
खलनायकों
का घर है।
नेता बनकर
इनको किसका
डर है।
सत्ता पाकर के
अपराधी बन जाते
नैतिकता वाहक
उनके सर पर
होता इक
कृपानिधान
कल के
मसखरे
बन जाते
महान
लगते
चतुर सुजान
गद्दी को
पाने की
दौड लगी है।
जनता बेचारी
कब पहचान सकी है।

डा. पूनम पांडे

Language: Hindi
3 Likes · 160 Views
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