नेताजी मिलने आए हैं !
वोट मांँगने नेता आए,
साथ में जनसैलाब लाए,
हाथ जोड़े और हाथ मिलाए,
दोहरी नीति का पाठ पढ़ाएं,
मजबूरी का चोला पहने,
द्वार द्वार पर कुन्दी खटखटाए,
नेताजी मिलने आए हैं,
संसद का प्रसाद लाए हैं,
छीना झपटी मच गई सुनकर,
जाने को दम-दम मचाएं हैं ,
हो गई बस जनता की सेवा ,
चले आओ अब देने मेवा ,
ऐसी दशा जब नेताजी बनाएं ,
अधिकार वोट की ताकत जान लो ,
एक-एक वोट सुनिश्चित कर लो ,
जिम्मेदारी अब खुद ही चुन लो ।
?✍? बुद्ध प्रकाश,
मौदहा हमीरपुर।