नेक जो राह दिखाये वो पिता होता है।
पिता
नेक जो राह दिखाये वो पिता होता है
हमे मजबूत बनाने को तपाये वो पिता होता है।
उठा के गोद में दुलराये और प्यार करे,
हमें दुनियां जो दिखाये वो पिता होता है।
लाल के बाल-सुलभ प्रश्नों का बनता उत्तर,
कभी गुम सुम सा देख पूछता क्या है पुत्तर,
अपनी मेहनत के पसीने से जो सींचा करता,
घर के बाग का माली वो पिता होता है।
जिसके रहने से है घर की रौनक
हमारी आन वान शान औ पहिचान पिता होता है।
हर एक पल जो रखे फ़िकर उसकी,
वो बेटी का हर अरमान पिता होता है।
अनेकों पुण्य के प्रतिफल मिलें हमे जैसे,
महान ईश का वरदान पिता होता है।
अनुराग दीक्षित