Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Feb 2021 · 1 min read

नेकी को करके भूल जा , करके परोपकार

नेकी को करके भूल जा , करके परोपकार

नेकी को करके भूल जा , करके परोपकार

राहें इंसानियत की , करें तेरा अभिनन्दन

खुद पर कर भरोसा और राह हो नेकी

राह मानवता की , करें तेरा वंदन

लोगों के लिए दिल में , जगा तू संवेदना

खुदा ने तुझको भेजा , देकर ये प्रयोजन

निष्काम भाव से , तुम सेवा करो सदा

सम्मान मिले तुझको , हो तेरा अभिनन्दन

चन्दन की खोज में , तुम न भटकना

ख़ुद को खोजना , खुद को परखना

स्वयं के अस्तित्व पर तुम न लजाना

सत्यपथगामी हो तुम स्वयं को तराशना

संवेदनशील हो दूसरों पर अनुग्रह करना

दयावान हो दूसरों की मदद करना

कर्मपथ पर बढ़ना , सत्कर्म करना

सागर सा विशाल ह्रदय ले तुम विचरना

प्रकृति से अपनी तुम अनुराग रखना

पुष्पों की खुशबू अपने पास रखना

पेड़ों से कहना , बहाओ चंचल हवाएं

झरनों का संगीत , मन में बसाना

Language: Hindi
1 Like · 313 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
View all
You may also like:
यहा हर इंसान दो चहरे लिए होता है,
यहा हर इंसान दो चहरे लिए होता है,
Happy sunshine Soni
प्रेम
प्रेम
Kanchan Khanna
दलित साहित्य के महानायक : ओमप्रकाश वाल्मीकि
दलित साहित्य के महानायक : ओमप्रकाश वाल्मीकि
Dr. Narendra Valmiki
दुमका संस्मरण 2 ( सिनेमा हॉल )
दुमका संस्मरण 2 ( सिनेमा हॉल )
DrLakshman Jha Parimal
अहंकार अभिमान रसातल की, हैं पहली सीढ़ी l
अहंकार अभिमान रसातल की, हैं पहली सीढ़ी l
Shyamsingh Lodhi (Tejpuriya)
अंताक्षरी पिरामिड तुक्तक
अंताक्षरी पिरामिड तुक्तक
Subhash Singhai
People will chase you in 3 conditions
People will chase you in 3 conditions
पूर्वार्थ
The life of an ambivert is the toughest. You know why? I'll
The life of an ambivert is the toughest. You know why? I'll
Sukoon
दोहे ( किसान के )
दोहे ( किसान के )
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
"अन्तर"
Dr. Kishan tandon kranti
*फागुन का बस नाम है, असली चैत महान (कुंडलिया)*
*फागुन का बस नाम है, असली चैत महान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
गाँधी हमेशा जिंदा है
गाँधी हमेशा जिंदा है
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
किसी भी रूप में ढ़ालो ढ़लेगा प्यार से झुककर
किसी भी रूप में ढ़ालो ढ़लेगा प्यार से झुककर
आर.एस. 'प्रीतम'
कभी-कभी
कभी-कभी
Ragini Kumari
"फ़र्श से अर्श तक"
*Author प्रणय प्रभात*
मुझे इश्क से नहीं,झूठ से नफरत है।
मुझे इश्क से नहीं,झूठ से नफरत है।
लक्ष्मी सिंह
वो क्या देंगे साथ है,
वो क्या देंगे साथ है,
sushil sarna
इंसान की चाहत है, उसे उड़ने के लिए पर मिले
इंसान की चाहत है, उसे उड़ने के लिए पर मिले
Satyaveer vaishnav
नीरज…
नीरज…
Mahendra singh kiroula
डिगरी नाहीं देखाएंगे
डिगरी नाहीं देखाएंगे
Shekhar Chandra Mitra
!! कुछ दिन और !!
!! कुछ दिन और !!
Chunnu Lal Gupta
ये शास्वत है कि हम सभी ईश्वर अंश है। परंतु सबकी परिस्थितियां
ये शास्वत है कि हम सभी ईश्वर अंश है। परंतु सबकी परिस्थितियां
Sanjay ' शून्य'
हर एक शक्स कहाँ ये बात समझेगा..
हर एक शक्स कहाँ ये बात समझेगा..
कवि दीपक बवेजा
मिलेंगे कल जब हम तुम
मिलेंगे कल जब हम तुम
gurudeenverma198
ख़्वाब टूटा
ख़्वाब टूटा
Dr fauzia Naseem shad
जिंदगी
जिंदगी
Neeraj Agarwal
संवेदना(कलम की दुनिया)
संवेदना(कलम की दुनिया)
Dr. Vaishali Verma
फ़र्क
फ़र्क
Dr. Pradeep Kumar Sharma
अपने जमीर का कभी हम सौदा नही करेगे
अपने जमीर का कभी हम सौदा नही करेगे
shabina. Naaz
23/44.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/44.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Loading...