नूर का रिश्ता
सब नूर का रिश्ता है
गिरहबानो ने समझा
ये खून का रिश्ता है
रिस्ते का रंग भी लाल कर दिया
और नफरत का पैगाम भी
बंदिशें लगा दी
लकीरें खींच दी
दोष दे दिया खून का ।
मुकम्मल ना होने दिया
ये पीर सा रिस्ता
क़ल्ब का क़त्ल कर
दोष दे दिया शमशीर का ।
मोहब्बत के सफर का
ये इम्तिहान था
जिसकी शुरुरात भी नूर थी
और अंत भी नूर है
ना ये लाल है
ना ही कोई सबाल है ।