Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Dec 2018 · 3 min read

नीतू कमल बनी रायपुर (छत्तीसगढ़) की पहली महिला एसपी

सभी पाठकों को मेरा प्रणाम ।

फिर हाजिर हूं मैं एक नयी जानकारी लेकर जो इस लेख के माध्यम से आपके समक्ष प्रस्तुत कर रही हूं, आशा है कि आप कृपया अवश्य ही पसंद करेंगे ।

रायपुर (छत्तीसगढ़) में चुनाव के परिणाम घोषित होने के बाद नयी सरकार ने अपना कार्यभार ग्रहण किया । नई सरकार बनने के बाद प्रशासनिक स्तर पर व्यापक फेरबदल किए गए हैं। पहले सचिव और कलेक्टर स्तर के अधिकारियों के स्थानांतरण किए और साथ ही पुलिस मुख्यालय ने जिलों के पुलिस अधीक्षकों के स्थानांतरण भी शुरू किए ।

इसी क्रम में राजधानी रायपुर में पहली बार किसी महिला अधिकारी की पुलिस कप्तान के रूप में पदस्थापना की गई है । नीतू कमल २००८ बैच की आईपीएस को राजधानी रायपुर में डॉ अमरेश मिश्रा की जगह पुलिस प्रशासन की कमान सौंपी गई है ।

नीतू का मानना है कि समाज में महिलाओं को बिना भय के रहने लायक वातावरण दिलाने में पुलिस की बड़ी भूमिका होती है।

रायपुर जिले में पहली बार किसी महिला अधिकारी की पदस्थापना पुलिस कप्तान के रूप में की गई है। नीतू कमल मूलरूप से केरल की रहने वाली हैं और उन्होंने इंजीनियरिंग की पढ़ाई के बाद सिविल सर्विसेज की परीक्षा पास की। करीब 7 वर्ष पूर्व नीतू राजधानी के आजाद चौक थाने में बतौर सीएसपी काम कर चुकी हैं।

मुंगेली जिले में पदस्थ रहते हुए नीतू कमल ने ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों के अंदर से अंधविश्वास को खत्म करने के लिए जलते अंगारों पर से गुजरी थीं। अखबार व टीवी चैनलों में जलते अंगारे पर नंगे पांव चलते हुए उनकी तस्वीर सामने आई थी, जिसकी देश-विदेश में काफी चर्चा भी हुई थी ।

इससे पूर्व वे जांजगीर चांपा में पुलिस अधीक्षक के पद पर काम कर रही थीं । नीतू का मानना है कि पूर्ण मेहनत और मन लगाकर किया गया काम जरूर सकारात्मक परिणाम देता है । इस क्षेत्र में नीतू ने इसी सोच के साथ पूर्व में भी महिला सुरक्षा को लेकर काफी काम कुशलतापूर्वक पूर्ण किए हैं ।

महिलाओं की सुरक्षा को लेकर अपने काम की वजह से चर्चा में रहीं नीतू का मानना है कि समाज में महिलाओं को बिना भय के रहने लायक वातावरण दिलाने में पुलिस की बड़ी भूमिका होती है । वे ऐसी व्यवस्था पर भरोसा रखती हैं, जो समस्त जनता के लिए फ्रेंडली हो । लोग पुलिस पर अपने मित्र की तरह भरोसा कर सकें । राजधानी रायपुर में कानून व्यवस्था की चुनौतियों को लेकर नई एसपी ने कहा कि चुनौतियां तो हर जगह होती हैं, बस उन चुनौतियों का सामना डट कर करने के लिए कड़ी मेहनत और मनोबल की जरूरत होती है । इन दो चीजों के दम पर किसी भी चुनौती से पार पाया जा सकता है ।

नीतू हार्ड वर्क पर भरोसा रखती हैं और उनको पूर्ण यकीन है कि सच्ची लगन, मेहनत और मनोबल से किया गया कोई भी काम हमेशा सफल होता है । उन्होंने पहले रायपुर में बतौर सीएसपी काम किया है और अब एसपी के रूप में राजधानी में काम करने का जो अवसर मिला है, वह उनके लिए बहुत बड़ी बात है । हमारा मानना है कि जो महिला इस सोच के साथ प्रारंभ से ही हर क्षेत्र में चुनोतियों का सामना कर रही हो, वह अपने इस भूमिका को भी बेहतर तरीके से निभाने में अवश्य ही सक्षम होगी ।

आजकल महिलाएं प्रत्येक क्षेत्र में पूर्ण सफलता के साथ हिम्मत रखते हुए कार्य को सम्पन्न कर रहीं हैं, तो हम सब उनके मंगल भविष्य की कामना करते हुए उनको इस साहसिक कार्य हेतु शुभकामनाएं देते हैं और साथ ही आशा करते हैं कि वैसे अपने कार्य क्षेत्र में सफलता पूर्वक कार्य करते हुए प्रगति के पथ पर अग्रसर होते हुए अपने परिवार एवं देश का नाम अवश्य ही रोशन करेंगी । तो समस्त पाठकों कैसा लगा मेरा यह ब्लॉग ?
अपनी आख्या के माध्यम से जरूर बताइएगा। ।

धन्यवाद आपका ।

Language: Hindi
Tag: लेख
1 Like · 256 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Aarti Ayachit
View all
You may also like:
सत्य की खोज
सत्य की खोज
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
"पेट की आग"
Dr. Kishan tandon kranti
वीरान गली हैरान मोहल्ला कुछ तो अपना अंदाज लिखो / लवकुश_यादव_अजल
वीरान गली हैरान मोहल्ला कुछ तो अपना अंदाज लिखो / लवकुश_यादव_अजल
लवकुश यादव "अज़ल"
*जीवन्त*
*जीवन्त*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
मेरा दिल हरपल एक वीरानी बस्ती को बसाता है।
मेरा दिल हरपल एक वीरानी बस्ती को बसाता है।
Phool gufran
2851.*पूर्णिका*
2851.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
50….behr-e-hindi Mutqaarib musaddas mahzuuf
50….behr-e-hindi Mutqaarib musaddas mahzuuf
sushil yadav
*दादाजी (बाल कविता)*
*दादाजी (बाल कविता)*
Ravi Prakash
जब कभी प्यार  की वकालत होगी
जब कभी प्यार की वकालत होगी
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
नाइजीरिया
नाइजीरिया
Shashi Mahajan
जाओ हम पूरी आजादी दे दिये तुम्हें मुझे तड़पाने की,
जाओ हम पूरी आजादी दे दिये तुम्हें मुझे तड़पाने की,
Dr. Man Mohan Krishna
क्रिकेटी हार
क्रिकेटी हार
Sanjay ' शून्य'
ध्यान क्या है, ध्यान क्यों करना चाहिए, और ध्यान के क्या क्या फायदा हो सकता है? - रविकेश झा
ध्यान क्या है, ध्यान क्यों करना चाहिए, और ध्यान के क्या क्या फायदा हो सकता है? - रविकेश झा
Ravikesh Jha
अर्चना की कुंडलियां भाग 2
अर्चना की कुंडलियां भाग 2
Dr Archana Gupta
अपनी भूलों से नहीं,
अपनी भूलों से नहीं,
sushil sarna
हमारे इस छोटे से जीवन में कुछ भी यूँ ही नहीं घटता। कोई भी अक
हमारे इस छोटे से जीवन में कुछ भी यूँ ही नहीं घटता। कोई भी अक
पूर्वार्थ
भय लगता है...
भय लगता है...
डॉ.सीमा अग्रवाल
सब्र रखो सच्च है क्या तुम जान जाओगे
सब्र रखो सच्च है क्या तुम जान जाओगे
VINOD CHAUHAN
*बदलाव की लहर*
*बदलाव की लहर*
sudhir kumar
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Neelam Sharma
शेर
शेर
पाण्डेय नवीन 'शर्मा'
होली है ....
होली है ....
Kshma Urmila
गंगा- सेवा के दस दिन (सातवां दिन)
गंगा- सेवा के दस दिन (सातवां दिन)
Kaushal Kishor Bhatt
जिस्मों के चाह रखने वाले मुर्शद ,
जिस्मों के चाह रखने वाले मुर्शद ,
शेखर सिंह
..
..
*प्रणय*
* तुगलकी फरमान*
* तुगलकी फरमान*
Dushyant Kumar
परिस्थितियां ही जीवन का परिमाप हैं.
परिस्थितियां ही जीवन का परिमाप हैं.
Satyakam Gupta
तुम मेरे साथ
तुम मेरे साथ
Dr fauzia Naseem shad
एक परोपकारी साहूकार: ‘ संत तुकाराम ’
एक परोपकारी साहूकार: ‘ संत तुकाराम ’
कवि रमेशराज
Loading...