नीतू कमल बनी रायपुर (छत्तीसगढ़) की पहली महिला एसपी
सभी पाठकों को मेरा प्रणाम ।
फिर हाजिर हूं मैं एक नयी जानकारी लेकर जो इस लेख के माध्यम से आपके समक्ष प्रस्तुत कर रही हूं, आशा है कि आप कृपया अवश्य ही पसंद करेंगे ।
रायपुर (छत्तीसगढ़) में चुनाव के परिणाम घोषित होने के बाद नयी सरकार ने अपना कार्यभार ग्रहण किया । नई सरकार बनने के बाद प्रशासनिक स्तर पर व्यापक फेरबदल किए गए हैं। पहले सचिव और कलेक्टर स्तर के अधिकारियों के स्थानांतरण किए और साथ ही पुलिस मुख्यालय ने जिलों के पुलिस अधीक्षकों के स्थानांतरण भी शुरू किए ।
इसी क्रम में राजधानी रायपुर में पहली बार किसी महिला अधिकारी की पुलिस कप्तान के रूप में पदस्थापना की गई है । नीतू कमल २००८ बैच की आईपीएस को राजधानी रायपुर में डॉ अमरेश मिश्रा की जगह पुलिस प्रशासन की कमान सौंपी गई है ।
नीतू का मानना है कि समाज में महिलाओं को बिना भय के रहने लायक वातावरण दिलाने में पुलिस की बड़ी भूमिका होती है।
रायपुर जिले में पहली बार किसी महिला अधिकारी की पदस्थापना पुलिस कप्तान के रूप में की गई है। नीतू कमल मूलरूप से केरल की रहने वाली हैं और उन्होंने इंजीनियरिंग की पढ़ाई के बाद सिविल सर्विसेज की परीक्षा पास की। करीब 7 वर्ष पूर्व नीतू राजधानी के आजाद चौक थाने में बतौर सीएसपी काम कर चुकी हैं।
मुंगेली जिले में पदस्थ रहते हुए नीतू कमल ने ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों के अंदर से अंधविश्वास को खत्म करने के लिए जलते अंगारों पर से गुजरी थीं। अखबार व टीवी चैनलों में जलते अंगारे पर नंगे पांव चलते हुए उनकी तस्वीर सामने आई थी, जिसकी देश-विदेश में काफी चर्चा भी हुई थी ।
इससे पूर्व वे जांजगीर चांपा में पुलिस अधीक्षक के पद पर काम कर रही थीं । नीतू का मानना है कि पूर्ण मेहनत और मन लगाकर किया गया काम जरूर सकारात्मक परिणाम देता है । इस क्षेत्र में नीतू ने इसी सोच के साथ पूर्व में भी महिला सुरक्षा को लेकर काफी काम कुशलतापूर्वक पूर्ण किए हैं ।
महिलाओं की सुरक्षा को लेकर अपने काम की वजह से चर्चा में रहीं नीतू का मानना है कि समाज में महिलाओं को बिना भय के रहने लायक वातावरण दिलाने में पुलिस की बड़ी भूमिका होती है । वे ऐसी व्यवस्था पर भरोसा रखती हैं, जो समस्त जनता के लिए फ्रेंडली हो । लोग पुलिस पर अपने मित्र की तरह भरोसा कर सकें । राजधानी रायपुर में कानून व्यवस्था की चुनौतियों को लेकर नई एसपी ने कहा कि चुनौतियां तो हर जगह होती हैं, बस उन चुनौतियों का सामना डट कर करने के लिए कड़ी मेहनत और मनोबल की जरूरत होती है । इन दो चीजों के दम पर किसी भी चुनौती से पार पाया जा सकता है ।
नीतू हार्ड वर्क पर भरोसा रखती हैं और उनको पूर्ण यकीन है कि सच्ची लगन, मेहनत और मनोबल से किया गया कोई भी काम हमेशा सफल होता है । उन्होंने पहले रायपुर में बतौर सीएसपी काम किया है और अब एसपी के रूप में राजधानी में काम करने का जो अवसर मिला है, वह उनके लिए बहुत बड़ी बात है । हमारा मानना है कि जो महिला इस सोच के साथ प्रारंभ से ही हर क्षेत्र में चुनोतियों का सामना कर रही हो, वह अपने इस भूमिका को भी बेहतर तरीके से निभाने में अवश्य ही सक्षम होगी ।
आजकल महिलाएं प्रत्येक क्षेत्र में पूर्ण सफलता के साथ हिम्मत रखते हुए कार्य को सम्पन्न कर रहीं हैं, तो हम सब उनके मंगल भविष्य की कामना करते हुए उनको इस साहसिक कार्य हेतु शुभकामनाएं देते हैं और साथ ही आशा करते हैं कि वैसे अपने कार्य क्षेत्र में सफलता पूर्वक कार्य करते हुए प्रगति के पथ पर अग्रसर होते हुए अपने परिवार एवं देश का नाम अवश्य ही रोशन करेंगी । तो समस्त पाठकों कैसा लगा मेरा यह ब्लॉग ?
अपनी आख्या के माध्यम से जरूर बताइएगा। ।
धन्यवाद आपका ।