— नींव मजूबत चाहिए —
बेशक मकान की हो या हो जिन्दगी की
नींव का मजूबत होना जरुरी है
हर घर से निकलने वाला हर वीर
नींव के जैसे मजबूत होना जरुरी है
जैसे ढाला जाएगा समाज के लिए
वैसा ही बन जाएगा वो
पक्की मजबूत नींव मकान के जैसे
ढाल सी बन जाएगा वो
सशक्त होना ही तो निशानी है
बाकी सब यहाँ पर बेमानी है
अछे समाज को अग्रसर करने के लिए
नींव के जैसे मजबूत होना जरुरी है
उज्जवल हो समाज अपना
हर देश का यही होता है सपना
न भेद हो न हो कोई बुराई
तभी तो होगी बात में कुछ गहराई
अजीत कुमार तलवार
मेरठ