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6 Jul 2024 · 1 min read

निर्भय दिल को चैन आ जाने दो।

निर्भय दिल को चैन आ जाने दो।
दर्द सारे मिट जाने दो ।।
विश्वास के पौधे को जी भर कर पानी दे दो।
अंतर्मन को सुकून आ जाएगा दर्द को जगह न दो।।

स्वरचित मौलिक अप्रकाशित
कृष्णा वाघमारे, जालना, महाराष्ट्र.

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Books from krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
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