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30 Nov 2021 · 1 min read

निर्दोष आत्माएं

चाहे जला लो हजार मोमबत्तियां,
या लिख लो दर्द भरी कविताएं।
विधाता तभी सुनेगा जब तक,
आर्त स्वर में उसे नहीं पुकारेगी
निर्दोष ,,मासूम घायल आत्माएं ।

Language: Hindi
158 Views
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