निर्णय आपका
✒️?जीवन की पाठशाला ??️
जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की एक पौधा होता है जो घर के ड्राइंग रूम की शोभा बनता है -ना धूप -ना हवा -ना किसी दुसरे मौसम का प्रभाव ,और अंततः ये पौधा ड्राइंग रूम तक ही सिमट कर रह जाता है वहीँ दूसरी ओर एक नन्हा पौधा बाहर लगता है जमीन में -सर्दी -गर्मी -बारिश -धूप हर मौसम को सहता है और एक दिन वट वृक्ष बन जाता है ,निर्णय आपका की आप अपने बच्चों को क्या बनाना चाहते हैं …,
जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की जब भी हम जब किसी को सच्चाई कहते हैं -आईना दिखाते हैं -नसीहत देते हैं तो अमूमन इंसान उसे हवा में उड़ा देता है ,वहीँ जब हम किसी की तारीफ करते हैं तो व्यक्ति गम्भीरतापूर्वक सुनता है …,
जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की आज के इस आधुनिक युग में अधिकांशतः आकर्षण वाला प्यार ही रह गया है ,समर्पण वाला प्यार तो अब पुरानी बातों में ही मिलता है …,
आखिर में एक ही बात समझ आई की अगर हम अधिकांशतः लोगों से उन्हीं की तरह व्यवहार करें -भाव प्रकट करें -भाषा शैली भी उन जैसी हो तो यकीन मानिये ना जाने कितनों को अपने आपसे ही नफरत सी हो जाएगी और कितने ही अपने पराये रिश्ते कांच की माफिक टूट कर बिखर जायेंगें …!
बाक़ी कल , अपनी दुआओं में याद रखियेगा ?सावधान रहिये-सुरक्षित रहिये ,अपना और अपनों का ध्यान रखिये ,संकट अभी टला नहीं है ,दो गज की दूरी और मास्क ? है जरुरी …!
?सुप्रभात?
स्वरचित एवं स्वमौलिक
“?विकास शर्मा’शिवाया ‘”?
जयपुर-राजस्थान