निराकार परब्रह्म
💐💐💐कुण्डलिया निवेदन💐💐💐
आँखें उनको सुन सकें, देखें उनको कान ।
जिह्वा से महसूस हो , चमड़ी करे बखान ।।
चमड़ी करे बखान , साँस नाड़ी से आए
दिल को खूब निचोड़, हाड़ का वज्र बनाए
कह भूधर कविराय ,साध जीवन में राखें
अनहद बजते नाद, सुन सकें उनको आँखे ।।
भवानी सिंह ‘भूधर’
बड़नगर जयपुर