Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 May 2021 · 1 min read

निज कर्तव्य निभाना है …

बीज बोया तंतु निकले,
कोपलों के बीच से,
लघु लतिका में वृद्धि जगाई,
अमृत जल ने सींच के,

लगा समीर सरकने सर सर,
मन में नव उल्लास लिए,
खड़ी रश्मियाँ आगन्तुक हित,
स्वागत की सौगात लिए,

झरने बहते झर झर, झर झर,
बागों में कोयल बोली,
पाकर झलक, प्रेम की प्रसून ने,
अलसाई ऑंखें खोलीं,

प्रकृति हंसने लगी, महकने –
लगा, धरा का घर ऑंगन,
कोमल कलिका के अन्तर से,
खिला ‘सुमन’ एक मन-भावन,

किन्तु उसे था ज्ञात कि इक दिन,
खिलते खिलते मुर्झाना है,
लेकिन तब तक जीवन पथ पर,
निज कर्तव्य निभाना है।?

✍️ – सुनील सुमन

Language: Hindi
6 Likes · 5 Comments · 686 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Sunil Suman
View all
You may also like:
रौनक़े  कम  नहीं  है  चाहत  की,
रौनक़े कम नहीं है चाहत की,
Dr fauzia Naseem shad
कागज को तलवार बनाना फनकारों ने छोड़ दिया है ।
कागज को तलवार बनाना फनकारों ने छोड़ दिया है ।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
मरने की ठान कर मारने के लिए आने वालों को निपटा देना पर्याप्त
मरने की ठान कर मारने के लिए आने वालों को निपटा देना पर्याप्त
*प्रणय*
मन में एक खयाल बसा है
मन में एक खयाल बसा है
Rekha khichi
"स्वप्न-बीज"
Dr. Kishan tandon kranti
अतीत
अतीत
Bodhisatva kastooriya
Where is God
Where is God
VINOD CHAUHAN
*शीतल शोभन है नदिया की धारा*
*शीतल शोभन है नदिया की धारा*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
*चुनावी कुंडलिया*
*चुनावी कुंडलिया*
Ravi Prakash
बिटिया प्यारी
बिटिया प्यारी
मधुसूदन गौतम
Harmony's Messenger: Sauhard Shiromani Sant Shri Saurabh
Harmony's Messenger: Sauhard Shiromani Sant Shri Saurabh
World News
दुःख इस बात का नहीं के तुमने बुलाया नहीं........
दुःख इस बात का नहीं के तुमने बुलाया नहीं........
shabina. Naaz
एक वो भी दौर था ,
एक वो भी दौर था ,
Manisha Wandhare
ज़िंदगी के मर्म
ज़िंदगी के मर्म
Shyam Sundar Subramanian
पुरुषार्थ
पुरुषार्थ
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
तुम्हारे
तुम्हारे
हिमांशु Kulshrestha
33 लयात्मक हाइकु
33 लयात्मक हाइकु
कवि रमेशराज
दो दोहे
दो दोहे
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
अपनी समझ और सूझबूझ से,
अपनी समझ और सूझबूझ से,
आचार्य वृन्दान्त
कृति : माँ तेरी बातें सुन....!
कृति : माँ तेरी बातें सुन....!
VEDANTA PATEL
3422⚘ *पूर्णिका* ⚘
3422⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
Dr. Arun Kumar Shastri – Ek Abodh Balak – Arun Atript
Dr. Arun Kumar Shastri – Ek Abodh Balak – Arun Atript
DR ARUN KUMAR SHASTRI
🌸मन की भाषा 🌸
🌸मन की भाषा 🌸
Mahima shukla
ग्रंथ समीक्षा- बुंदेली दोहा कोश भाग-1
ग्रंथ समीक्षा- बुंदेली दोहा कोश भाग-1
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
ये बता दे तू किधर जाएंगे।
ये बता दे तू किधर जाएंगे।
सत्य कुमार प्रेमी
महका है आंगन
महका है आंगन
surenderpal vaidya
"" *नवीन नवनीत* ""
सुनीलानंद महंत
Extra Charge
Extra Charge
AJAY AMITABH SUMAN
सफर में हमसफ़र
सफर में हमसफ़र
Atul "Krishn"
बिछड़ना जो था हम दोनों को कभी ना कभी,
बिछड़ना जो था हम दोनों को कभी ना कभी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
Loading...