निजी कॉलेज/ विश्वविद्यालय
🔥 समर्पित🔥
नौकर और रखैल चाहिए, या तो पूरा बैल चाहिए।
चमचे और दलाल चलेंगे, ना ज्ञानी गुणवान चाहिए।।
माया डाल बनाया हमने, इसको माया नगरी है।
उन सबका हम स्वागत करते, जो भी अध जल गगरी हैं।।
स्वागत करने में हो माहिर, वाणी जिसकी मीठी हो।
दिखने में वो लगे अप्सरा, लंबी हो या गीठी हो।।
नृत्य और गायन हो आता, रंगोली सुघर बनाती हो।
विषय में अपने ज़ीरो भी हो, पर चुगली चाल चलाती हो।।
बाबू, चपरासी और सिक्योरिटी, रक्खा है निगरानी पर।
डीन, प्रिंसिपल और अचोदी, जब लगे रहेंगे कालिंग पर।।
विद्यालय तो नाम है इसका, मेरे लिए तो वेंचर है।
रोजी रोटी टीचर का है, छात्रों का एडवेंचर है।।
मै भारत का प्राइवेट विद्यालय हूं,
आपदा में अवसर का लाभ उठा रहा हूं।
केवल फीस से कहां काम चलता है साहब,
अन्य मदो से दौलत कमा रहा हूं।।
हम ज्ञान कि जगह, गान और नया टैलेंट सिखाते हैं।
हमारे यहां, विषय विशेष नहीं, इवेंट मैनेजमेंट सिखाते हैं।