निगाहों से
निगाहों से इशारा कर गए वो,
सारा बोझ हल्का कर गए वो l
कई रंग बदलती है निगाहेँ,
बच कर रहना जी इनसे l
ये निगाहैं झुकती है सजदे के लिए,
यहीं निगाहें खोजती है आपके लिए l
कैसा ये रिश्ता अनजाना,
नशा, खुमार भरी ये निगाहें l
✍
निगाहों से इशारा कर गए वो,
सारा बोझ हल्का कर गए वो l
कई रंग बदलती है निगाहेँ,
बच कर रहना जी इनसे l
ये निगाहैं झुकती है सजदे के लिए,
यहीं निगाहें खोजती है आपके लिए l
कैसा ये रिश्ता अनजाना,
नशा, खुमार भरी ये निगाहें l
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