Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Jan 2022 · 1 min read

ना ना अइसन ना होई

बिना वजह तहके भुलवा दीं, ना ना अइसन ना होई।
जियते धड़कन सांस भुला दीं, ना ना अइसन ना होई।

प्यार मुहब्बत से भी आगे, दुनिया में कुछ अउरो बा,
तहरा खातिर जान गँवा दीं, ना ना अइसन ना होई।

हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई, जब आपस में भाई हऽ,
मन्दिर मस्जिद मेल करा दीं, ना ना अइसन ना होई।

गलि से तहरी गुजरल हमहूँ, जिनगी भर अब छोड़ब ना,
मजनू के ठप्पा हटवा दीं, ना ना अइसन ना होई।

‌मुफ्त मिलेला मुर्गा दारू, खिंच के खूबे खाइल जाँ,
सेतिहा में ई वोट लुटा दीं, ना ना अइसन ना होई।

दू लइके की बाप क सीना, में का दिल नाहीं होला,
नैन बाण में जंग लगा दीं, ना ना अइसन ना होई।

खिसियाले मेहरारू कतनो, भाग के नइहर जाले ना,
ससुरारी में आग लगा दीं, ना ना अइसन ना होई।

सन्तोष कुमार विश्वकर्मा ‘सूर्य’

240 Views

You may also like these posts

कुछ नही मिलता आसानी से,
कुछ नही मिलता आसानी से,
manjula chauhan
बिना कुछ कहे
बिना कुछ कहे
Harminder Kaur
आदमी के हालात कहां किसी के बस में होते हैं ।
आदमी के हालात कहां किसी के बस में होते हैं ।
sushil sarna
🙅Don't Worry🙅
🙅Don't Worry🙅
*प्रणय*
खामोशियां आवाज़ करती हैं
खामोशियां आवाज़ करती हैं
Surinder blackpen
आज के बच्चों की बदलती दुनिया
आज के बच्चों की बदलती दुनिया
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
हमें निंदा से डरना नहीं चाहिए क्योंकि जब तक जीवन है लोग कहें
हमें निंदा से डरना नहीं चाहिए क्योंकि जब तक जीवन है लोग कहें
Ravikesh Jha
Go Ahead and Touch the Sky
Go Ahead and Touch the Sky
VINOD CHAUHAN
प्रीत को अनचुभन रीत हो,
प्रीत को अनचुभन रीत हो,
पं अंजू पांडेय अश्रु
हाइकु (मैथिली)
हाइकु (मैथिली)
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
*जनसमूह के मध्य साक्षात्कार-शैली की सफल प्रस्तुति के जन्मदात
*जनसमूह के मध्य साक्षात्कार-शैली की सफल प्रस्तुति के जन्मदात
Ravi Prakash
जो लोग धन को ही जीवन का उद्देश्य समझ बैठे है उनके जीवन का भो
जो लोग धन को ही जीवन का उद्देश्य समझ बैठे है उनके जीवन का भो
Rj Anand Prajapati
जिंदगी और जीवन तो कोरा कागज़ होता हैं।
जिंदगी और जीवन तो कोरा कागज़ होता हैं।
Neeraj Agarwal
मैं खुद से कर सकूं इंसाफ
मैं खुद से कर सकूं इंसाफ
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
डॉ0 रामबली मिश्र की रचनाएं
डॉ0 रामबली मिश्र की रचनाएं
Rambali Mishra
नारी की नज़र में नारी
नारी की नज़र में नारी
Kshma Urmila
जाति बनाने वालों काहे बनाई तुमने जाति ?
जाति बनाने वालों काहे बनाई तुमने जाति ?
शेखर सिंह
بن بلاۓ ادھر گئے ہوتے
بن بلاۓ ادھر گئے ہوتے
अरशद रसूल बदायूंनी
नवयुग का भारत
नवयुग का भारत
AMRESH KUMAR VERMA
"ग से गमला"
Dr. Kishan tandon kranti
कही अनकही
कही अनकही
Deepesh Dwivedi
गांव
गांव
Poonam Sharma
माँ
माँ
Dr.Archannaa Mishraa
नव्य द्वीप का रहने वाला
नव्य द्वीप का रहने वाला
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
कहनी चाही कभी जो दिल की बात...
कहनी चाही कभी जो दिल की बात...
Sunil Suman
नारीत्व
नारीत्व
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
48...Ramal musamman saalim ::
48...Ramal musamman saalim ::
sushil yadav
*भिन्नात्मक उत्कर्ष*
*भिन्नात्मक उत्कर्ष*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
6 साल पुराना फोटो
6 साल पुराना फोटो
Rituraj shivem verma
आल्हा छंद
आल्हा छंद
Rajesh Kumar Kaurav
Loading...