** ना देख मन के भेद **
ना देख मन के भेद
ना मन में कोई खेद
?????
रंग मिलते हैं होली में
मन मिलते हैं होली में
मन खिलते हैं होली में
तन खिलते हैं होली में
?????
उमंग मन की देख
तरंग तन की देख
?????
रंग खिलते हैं होली में
तन खिलते हैं होली में
भड़ास मन की रेख
सड़ास तन की देख
होली के इस रंग में
बोली के इस ढंग में
?????
तन गीला हो जाता है
मन गीला हो जाता है
? ? ?
ना शिकवा
ना शिकायत
मन जिसका
हो जाता है
???
खट्टेमीठे सुस्वादु
??
मन व्यंजन
खा पाता है
दिल किसका
हो जाता है
कब किसको
पा जाता है
सब कहते है
होली है
कब कोई
किसकी
होली
ये होली है
जी होली
प्यार की मीठी बोली
फिर बोलो जी होली ।।
?मधुप बैरागी