ना करो ऐतबार
ना करो ऐतबार सनम इस दिल का,
दिल की सरहद पर लिखा बग़ावत है,
ईमानदार लोगो के इस जंहा में,
बेईमान लोगो का, कौन जाने घर कहा है,
संभल कर चलना सूरज गगन में,
कब रात हो जाये, चंदा किसको पता यंहा है,
ना करो ऐतबार सनम इस दिल का,
दिल की सरहद पर लिखा बग़ावत है,
ईमानदार लोगो के इस जंहा में,
बेईमान लोगो का, कौन जाने घर कहा है,
संभल कर चलना सूरज गगन में,
कब रात हो जाये, चंदा किसको पता यंहा है,