नारी
सुन्दरता का अहसास लिए ।
नयेपन का ताज लिए।
सुकोमल अहसास लिए।
खड़ी यौवना त्याग लिए।
भाव , समग्रता लय में
मधुरता का विश्वास लिए।
अपनापन का अहसास लिए।
खड़ी समर्पण ,प्यार लिए।
झलक एकत्व अहसास लिए।
कायल नारीत्व, पुरुषार्थ लिए। _ डॉ. सीमा कुमारी ,बिहार (
भागलपुर )