*नारी*
#नारी
नारी शब्द,
सिर्फ शब्द ना।
नारी मन,
एक आस है।
जिज्ञासा है,
आचार है।
यह अर्थ है,
विश्वास है।
कर्तव्य है,
सुविचार है।
दुष्ट कृत्यों पर,
यह प्रहार है।
नारी शान है,
यह प्रेम भी।
अपनत्व भी,
अंतर्मनों का,
मान है ।
एक पत्नी है,
एक मां भी ये,
जीवनशिला का,
आधार है।
मानो तो,
दुर्गा है ये।
मां काली का,
अवतार है।
अविस्मरणीय है,
पूजनीय भी।
देवी का ,
एक रूप है।
करती जो,
रावाणों का,
उद्धार है।
यह लज्जा है,
यह दामिनी,
अवतार है,
गजगामिनी।
यह अंश है,
परमात्मा का।
अतुल्य है,
पूजनीय भी।
सभी नारियों को समर्पित 🙏
डॉ प्रिया गुप्ता।
अयोध्या।