Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Oct 2023 · 2 min read

नारी शक्ति का हो 🌹🙏सम्मान🙏

नारी शक्ति को करो सम्मान
मातृशक्ति पर करोअभिमान
🌷🌹🙏🙏☘️🍀💐

लाचारी पग रोक रही थी
पर तुफानों में चल रही थी

किस्ती संभाल घर की नारी
चारों ओर फिरंगी कहर भारी

छिप प्राण बचा रही थी बेचारी
पग पग खड़ी फिरंगी निगरानी

पग बंधी परतंत्रता की बेड़ी से
अभिव्यक्ति मुंह पर दबी पड़़ी

पग पग खडी थी फिरंगी काया
दबा रही भारत की मोह माया

झांक रहा था नारी काआंगना
क्रूर क्रूरता से दबी थी बेचारी

भाव भावना दूर खड़ी देख रही
हतप्रस्त लाचारी में घर बेचारी

माता के जिगर पर क्षण क्षण
क्रूरता वाणी और घात कुठारी

अमन सुख छीनती देख रही थी
लाचार विवश पड़़ी अवला नारी

जीवन पथ रक्षक मौन खड़ा था
उज्जवल भविष्य पाश से बंधा

कब हर्षित होगी नारी बेचारी
परतंत्रता की बेड़ी जकड़ रही

प्रीत प्रतिज्ञा आस पास छोड़
जंजीर तोड़ने की ताक में नारी

आओ चलें पर कहाँ चले सोच
अकेली आँसू बहा रही लाचारी

मेंहदी की रंग मिट रही थी पर
हाथ कफ़न लिए खडी बेचारी

तभी स्वतंत्रता की सुलगीआग
कूद पड़े थे भारत नर-नारी

संगीनों की नोंकों पर उछाल रही
गद्दारों को सीख सिखा रही थी

भारत माता की याद दिला रही
उठा भाला तलवार कुठार आज

भागो फिरंगी छोड़ो देश आजादी
हमारा है जन्मसिद्ध अधिकार

नारी की हुंकार सुन जग उठे थे
सकल गाँव नगर पूरा हिन्दुस्तान

खाली किया देश देशी गद्दारों से
छीनीआज़ादी फिरंगी बेईमानों से

भारत वीर सबला मर्दानी नारी
कैसे भूलूं और भूलाने दूँ भारत

वीर वीरांगनाओं की बलदानी
सत् सत् नमन करता हूं गर्व से
भारत की मातृ नारी शक्ति ॥

-० : – ० :- ० : – 0: –

तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण

Language: Hindi
180 Views
Books from तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
View all

You may also like these posts

सुख और दुःख को अपने भीतर हावी होने न दें
सुख और दुःख को अपने भीतर हावी होने न दें
Sonam Puneet Dubey
गजल सगीर
गजल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
बेखबर
बेखबर
seema sharma
" ये धरती है अपनी...
VEDANTA PATEL
ये तुम्हें क्या हो गया है.......!!!!
ये तुम्हें क्या हो गया है.......!!!!
shabina. Naaz
ये अच्छी बात है
ये अच्छी बात है
शिवम राव मणि
दीवाली
दीवाली
Nitu Sah
*वोट की ताकत*
*वोट की ताकत*
Dushyant Kumar
हे छंद महालय के स्वामी, हम पर कृपा करो।
हे छंद महालय के स्वामी, हम पर कृपा करो।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
जीवन के रूप (कविता संग्रह)
जीवन के रूप (कविता संग्रह)
Pakhi Jain
भूल ना था
भूल ना था
भरत कुमार सोलंकी
रहगुज़र में चल दिखाता आइनें
रहगुज़र में चल दिखाता आइनें
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
*कविवर श्री राम किशोर वर्मा (कुंडलिया)*
*कविवर श्री राम किशोर वर्मा (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
यूं सच्चे रिश्तें भी अब मुसाफ़िर बन जाते हैं,
यूं सच्चे रिश्तें भी अब मुसाफ़िर बन जाते हैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
🌸 आने वाला वक़्त 🌸
🌸 आने वाला वक़्त 🌸
Mahima shukla
🙅आप का हक़🙅
🙅आप का हक़🙅
*प्रणय*
हिंदी का अपमान
हिंदी का अपमान
Shriyansh Gupta
जुगनू अगर शिकार
जुगनू अगर शिकार
RAMESH SHARMA
कहना तो बहुत कुछ है
कहना तो बहुत कुछ है
पूर्वार्थ
जीवन चुनौती से चुनौती तक
जीवन चुनौती से चुनौती तक
Nitin Kulkarni
जरूरी नहीं ऐसा ही हो तब
जरूरी नहीं ऐसा ही हो तब
gurudeenverma198
कुंडलिया
कुंडलिया
गुमनाम 'बाबा'
धिक्कार है धिक्कार है ...
धिक्कार है धिक्कार है ...
आर एस आघात
बादशाह
बादशाह
Rj Anand Prajapati
मेरी अर्थी🌹
मेरी अर्थी🌹
Aisha Mohan
खुले आम जो देश को लूटते हैं।
खुले आम जो देश को लूटते हैं।
सत्य कुमार प्रेमी
" शायद "
Dr. Kishan tandon kranti
ऐ हवा तू उनके लवों को छू कर आ ।
ऐ हवा तू उनके लवों को छू कर आ ।
Phool gufran
हम रहते हैं आपके दिल में
हम रहते हैं आपके दिल में
Jyoti Roshni
मेरे तात !
मेरे तात !
Akash Yadav
Loading...