नारी बिन दुनिया अधूरी,जग को अहसास कराना होगा …
नारी बिन दुनिया अधुरी ,
जग को अहसास कराना होगा ।
उसे रूढ़िवादी परम्पराओं से ,
खुद को आजाद कराना होगा ।।
नारी को शंका त्यागनी होगी ,
तभी तो शक्ति जागृत होगी ।
दुर्जन से पहले अपने मन से ,
नारी को लड़ाई लड़नी होगी ।।
महत्व खुद का समझाना होगा ,
स्वाभिमान उसको जगाना होगा ।
नारी की असीम शक्ति से ,
जग को रूबरू कराना होगा ।।
अपने हिस्से का हक मांगना होगा ,
नारी को भी अब जागना होगा ।
कब तक रहेगी पुरुष के बलबूते ,
अपना विकराल रूप दिखाना होगा ।।
अपन खोया अस्तित्व पाना होगा ,
खुद को साबित करके दिखाना होगा ।
नए सिरे से नई दुनिया का ,
नारी को आगाज कराना होगा ।।