नारी का सम्मान करो
??
नारी का सम्मान करो, नारी सब जग का सार
नारी का अपमान हो तो, देवता भी जाते हार।
माँ-बहन, बेटी-बहू, ,भाभी- पत्नी अनेक रूप
रिश्तों की माला पिरोए , नारी तू श्रेष्ठ-अनूप ।
लक्ष्मीकांत, उमापति, सियाराम, राधेश्याम,
नारी तेरे नाम से ही , पूर्ण होता ईश का नाम ।
घर की नार को छोड़कर, जिसे भाए पराई नार,
पतन होना उसका निश्चित है, डूबेगा घर -बार।
शोषण और घरेलू हिंसा का, बने न नारी शिकार
‘बेचारी’ कहना बंद करो , दो उसके अधिकार।
सागर, धरती, आकाश ,पर्वत, दुर्गम सीमाएँ कर गई पार,
अंतरिक्ष यात्री व सैन्य अफसर बनी , नारी शक्ति अपार।
ऐ नर !मज़बूत अपनेआपको ,नारी को कमज़ोर न मान
नारी के सहयोग बिना तो , तू कभी बन न पाए इन्सान।
??????
खेमकिरण सैनी
8 मार्च, 2020