नारी एक शक्ति
कौन कहता है कि ,तू निर्बल है
तू ही तो एकरर पुरुष का संबल है l
तू है तो जगत् का वंश है!
तेरे बगेर तो दुनियाँ, भी एक अंश है!
बिन सीता के राम,राधा बिन, श्याम भी अधूरा है!
हे जगत जननी तेरे बगेर तो ,पुरुष का पुरुषार्थ कहा पूरा है!
बिन चाँदनी के चाँद अधूरा है, वीणा के बगेर तार अधूरा है!
!शत शत नमन है आपको
तुम बिन ये संसार कहा पूरा है!
विशाल बाबू
जिला औरैया (उत्तर प्रदेश)
6395966765