नाम मेरे दोस्तों का
लिख दिया दिल पर किसी ने
नाम मेरे दोस्तों का
हर तरफ खुशियों की बारिश
थी अहसास मेरे दोस्तों का
लिख दिया…
सुना था महफिल में मोहब्बत
नज़र झुकाये खड़ी हुई थी
और फिर आया अचानक
पैगाम मेरे दोस्तों का
लिख दिया…
बाजी खेली थी जो हमने
इश्क़ के बाज़ार में
दिल जो टूटा तो हिफाज़त
था काम मेरे दोस्तों का
लिख दिया…
इश्क़ में बर्बादियाँ और
हर तरफ तन्हाइयाँ हैं
दूर इनसे भी है एक
जहान मेरे दोस्तों का
लिख दिया दिल पर किसी ने
नाम मेरे दोस्तों का
… भंडारी लोकेश ✍️