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28 Feb 2020 · 1 min read

नाम अमर कर जाना है

नाम अमर कर जाना है
~~~~~~~~~~~~
राह में चलते जाओ,
नहीं पग में कांटे हैं ।
प्रेम से चलते जाओ ,
आनंद के वो लम्हे हैं ।

गर्व न कर देह पर,
मिट्टी में मिल जाना है।
कुछ दिन की जिंदगानी है,
हँसता जीवन बिताना है।

कर ले सेवा जीवन में,
पाप धूल जाएगा ।
ध्यान कर ले गुरु की ,
परम आनंद मिल जाएगा,

ईर्ष्या नहीं करना है ,
छोड़ कर सबको जाना है।
नेक काम कर ले जीवन में ,
नाम अमर कर जाना है ।
~~~~~~~~~~~~~~~~~~
रचनाकार – डिजेन्द्र कुर्रे “कोहिनूर”
पिपरभावना, बलौदाबाजार (छ.ग.)
मो. – 8120587822

Language: Hindi
2 Likes · 1 Comment · 354 Views
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