नानी मां
कोख से भले न जन्मी मै तेरी पर तेरा ही एहसास हूं,
रहूं दुनिया के किसी भी कोने पर तेरे ही साथ हूं,
तेरी ही गोद में खेली मै खाया तेरे हाथ से ही पहला निवाला,
दुनिया जाने मुझे भले तेरी बेटी के नाम से,
पर मैने नानी तुम्हे ही अपनी पहली मां और पहला प्यार माना,
चलना सिखाया तूने मुझे तूने ही पकड़ाई हाथ में कलम,
जज्बात जो भी मेरे अंदर आज उसमे भी तेरा ही रहम,
लाड़ली बनकर तेरी मैने की हैं खूब शैतानियां,
मुस्कान रहे हर दम तेरे चेहरे पे इसलिए की कई बदमाशियां,
आज भी खाती जब भी खाना तू ही मुझको याद आए,
तेरे हाथ से खाए इक निवाले से ही मेरा पेट भर जाए,
होती जब भी तकलीफ में मै तू ही मुझको याद आए,
दुआ में जब भी हाथ उठे बस तेरा ही ख्याल आए,
तकलीफ में होती जब भी तू मुझको न चैन आए,
खुश रहे बस तू हर दुआ में मुझसे बस यही मांगा जाए,
करूंगी हर कोशिश मै कि चेहरे पे तेरे इक सिकन तक न आए,
तेरी छोटी सी खुशी के लिए भी तेरी यह बेटी खुदा क्या कायनात से भी लड़ जाए।