Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Feb 2018 · 1 min read

नानी की कहानी

परियों की एक रानी थी ।
और बूढ़ी एक नानी थी ।
साँझ ढले दादी माँ ,
सुनातीं एक कहानी थीं ।
पीलू जंगल का राजा ।
धूर्त सियार वो मंगलू ।
चंपा चालक लोमड़ी ,
एक जादू की टोकरी ।
कालीन भी उड़ जाता ।
चाँद ज़मीं उतर आता ।
गर्मी का मारा बेचारा ,
सुरज भी पीता पानी ।
भले बुरे का भेद सिखाती ।
झूँठ फ़रेब से दूर हटाती ।
सत्य मार्ग पर चलना कैसे,
हर कहानी यह पाठ पढ़ाती ।
कितना सुगम था वो बचपन ।
मस्ती का था वो अल्लड़पन ।
आया यौवन बीता बचपन ,
दादी नानी से अब अनबन ।
दादी नानी बृद्धाश्रमो तले ।
सूना है अब यह बचपन ।
जाए किस से सुनने वो ,
खत्म हुए अब तो आँगन ।
खत्म हुए अब तो …
…. विवेक दुबे “निश्चल”©….

vivekdubeyji.blogspot.com

Language: Hindi
455 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
Ranjeet Kumar Shukla
Ranjeet Kumar Shukla
Ranjeet Kumar Shukla
कैसा हो रामराज्य
कैसा हो रामराज्य
Rajesh Tiwari
बेटियाँ
बेटियाँ
विजय कुमार अग्रवाल
हॅंसी
हॅंसी
Paras Nath Jha
एक पुरुष जब एक महिला को ही सब कुछ समझ लेता है या तो वह बेहद
एक पुरुष जब एक महिला को ही सब कुछ समझ लेता है या तो वह बेहद
Rj Anand Prajapati
*साइकिल (बाल कविता)*
*साइकिल (बाल कविता)*
Ravi Prakash
जब बहुत कुछ होता है कहने को
जब बहुत कुछ होता है कहने को
पूर्वार्थ
* यौवन पचास का, दिल पंद्रेह का *
* यौवन पचास का, दिल पंद्रेह का *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
Armano me sajaya rakha jisse,
Armano me sajaya rakha jisse,
Sakshi Tripathi
#लघुकथा
#लघुकथा
*Author प्रणय प्रभात*
नफ़रत की आग
नफ़रत की आग
Shekhar Chandra Mitra
*वो मेरी जान, मुझे बहुत याद आती है(जेल से)*
*वो मेरी जान, मुझे बहुत याद आती है(जेल से)*
Dushyant Kumar
आज रात कोजागरी....
आज रात कोजागरी....
डॉ.सीमा अग्रवाल
कुछ बातें पुरानी
कुछ बातें पुरानी
PRATIK JANGID
वक्त नहीं है
वक्त नहीं है
VINOD CHAUHAN
‘पितृ देवो भव’ कि स्मृति में दो शब्द.............
‘पितृ देवो भव’ कि स्मृति में दो शब्द.............
Awadhesh Kumar Singh
निंदा
निंदा
Dr fauzia Naseem shad
मन की किताब
मन की किताब
Neeraj Agarwal
बिहार दिवस  (22 मार्च 2023, 111 वां स्थापना दिवस)
बिहार दिवस  (22 मार्च 2023, 111 वां स्थापना दिवस)
रुपेश कुमार
बीते साल को भूल जाए
बीते साल को भूल जाए
Ranjeet kumar patre
तेवर
तेवर
Dr. Pradeep Kumar Sharma
कैसे हाल-हवाल बचाया मैंने
कैसे हाल-हवाल बचाया मैंने
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
अपना पीछा करते करते
अपना पीछा करते करते
Sangeeta Beniwal
तुम मेरी जिन्दगी बन गए हो।
तुम मेरी जिन्दगी बन गए हो।
Taj Mohammad
यहाँ सब काम हो जाते सही तदबीर जानो तो
यहाँ सब काम हो जाते सही तदबीर जानो तो
आर.एस. 'प्रीतम'
कब हमको ये मालूम है,कब तुमको ये अंदाज़ा है ।
कब हमको ये मालूम है,कब तुमको ये अंदाज़ा है ।
Phool gufran
चोट
चोट
आकांक्षा राय
निजी कॉलेज/ विश्वविद्यालय
निजी कॉलेज/ विश्वविद्यालय
Sanjay ' शून्य'
मन के मंदिर में
मन के मंदिर में
Divya Mishra
💐प्रेम कौतुक-158💐
💐प्रेम कौतुक-158💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
Loading...