नानाजी को हैप्पी होली
मातु पिता को सुबह जगाकर,
सबसे पहले फोन लगाकर,
लिए भाव कुछ कल्याणी से
अपनी तुतलाती वाणी से,
क्यूट परी धीरे से बोली।
नानाजी को हैप्पी होली।। 1 ।।
वहाँ आस्था भी तब आयीं,
सबसे गहरा राज बतायीं।
यश जी पिचकारी ले फिरते
तुल-मुल, तुल-मुल चलते गिरते
देखें जब सखियों की टोली।
नानाजी को हैप्पी होली।। 2 ।।