नाता
गम है वजूद हमारा खुशियों से क्या नाता,
दर्द है सच्चा साथी मेरा राहत से क्या नाता,
मिला मुझे जीवन के हर मोड़ पर जख्म ही जख्म,
जब जख्म ही मेरे सीने में तो मरहम से क्या नाता,
दुख ने जिसके जीवन का थाम लिया हो दामन,
सुख से क्या उम्मीद करे न जोड़े हम कोई नाता,
बेदर्दी हूँ दर्द को रखता हूँ जिन्दा दिल मे अपने,
हँस कर बोल देता हूँ सब से आंसू से मेरा नाता,
वक्त ही जालिम निकला छीना अपनो के प्यार को,
कर दिया अकेला तन्हा जीवन गैरो से क्या नाता,
प्यार तो जीवन मे सच्चा दो ही होता पहला औ दूजा,
मैं बदनीसब खो दिया दोनो प्यार से न जोड़े नाता,
दुनिया मे कोई नही मेरा सब लोग कहते है हमसे,
पर जोड़ा हूँ दोस्ती का रिश्ता सबसे प्यारा यह नाता,
भूला देना मेरी गलतियों को भूल से हमे न भूलना,
दिल मे सदा रहूँगा सबके यह रहस्मयी बेदर्दी का नाता,
वक्त जितने भी गुजरे संग वो लम्हे समेटे जा रहा हूँ,
बेदर्दी तो दिलजला हैं बस छोड़े जा रहा हूँ दोस्ती का नाता,
अलविदा न कहूँ मिलूँगा कभी जीवन के किसी मोड़ पर,
जो भी तड़पे दर्द की जुदाई में याद करे बेदर्दी से है नाता,