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30 Jul 2021 · 1 min read

नही कहता

भटक कर थक चुका है वो ,कई बार नहीं कहता।
अब तो वो गुनहगार को , गुनहगार नहीं कहता।
योजनाओं को छाप देता है अनेक पेज में,
पर आम आदमी का दर्द अखबार नहीं कहता।
-सिद्धार्थ गोरखपुरी

Language: Hindi
Tag: शेर
2 Likes · 283 Views
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