नहीं रहोगे दुखी गमों से।
गज़ल
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नहीं रहोगे दुखी गमों से।
न फासला हो अगर दुखों से।
दुखों को भी जान लोगे तुम भी,
रखोगे नाता जो मुफलिसों से।
तुम्हारे दिल में खुदा मिलेगा।
वो दूर रहता है काफिरों से।
ये जिंदगी है खुदा की नेमत,
बचा के रखना है मुश्किलों से।
अकेले चलकर ही पाई मंजिल,
बचा हमेशा ही काफिलों से।
नहीं दिखा फिर से चांद मेरा,
छुपा के रक्खा है आशिकों से।
जो प्रेम करते हैं वो हैं प्रेमी,
कि बच के रहना है दुश्मनों से।
…….✍️ प्रेमी