Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Jun 2022 · 1 min read

नहीं भुला पाएंगे मां तुमको

सार्थक जीवन जिया जगत में, हंसते हंसते प्रयाण किया
कर्मयोग में निरत निरंतर, राम नाम गुणगान किया
नहीं भुला पाएंगे मां तुमको, तुमने हमको सर्वस्व दिया
जन्मों तक न चुका सकेंगे, मां तुमने इतना प्रेम दिया
जन्म दिया और पाला पोसा, मां तुमने सुसंस्कार दिया
आज तुम्हारी पुण्य तिथि पर, मन यादों में डूब गया
नमन तुम्हारे श्री चरणों में, तुमने परिवार संवार दिया

Language: Hindi
Tag: गीत
2 Likes · 2 Comments · 130 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from सुरेश कुमार चतुर्वेदी
View all

You may also like these posts

आया नववर्ष
आया नववर्ष
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
*नारी को है सम्मान जहॉं, वह धरती स्वर्ग-समान है (राधेश्यामी
*नारी को है सम्मान जहॉं, वह धरती स्वर्ग-समान है (राधेश्यामी
Ravi Prakash
Drd
Drd
Neeleshkumar Gupt
🙅नया सुझाव🙅
🙅नया सुझाव🙅
*प्रणय*
वो छोड़ गया था जो
वो छोड़ गया था जो
Shweta Soni
परीक्षा का भय
परीक्षा का भय
डॉ राजेंद्र सिंह स्वच्छंद
'कोंच नगर' जिला-जालौन,उ प्र, भारतवर्ष की नामोत्पत्ति और प्रसिद्ध घटनाएं।
'कोंच नगर' जिला-जालौन,उ प्र, भारतवर्ष की नामोत्पत्ति और प्रसिद्ध घटनाएं।
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
*ऐ जिंदगी*
*ऐ जिंदगी*
Vaishaligoel
कहानी
कहानी
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
पत्थर - पत्थर सींचते ,
पत्थर - पत्थर सींचते ,
Mahendra Narayan
जनता के हिस्से सिर्फ हलाहल
जनता के हिस्से सिर्फ हलाहल
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
जिंदगी है कि जीने का सुरूर आया ही नहीं
जिंदगी है कि जीने का सुरूर आया ही नहीं
कवि दीपक बवेजा
We Would Be Connected Actually
We Would Be Connected Actually
Manisha Manjari
आक्रोश प्रेम का
आक्रोश प्रेम का
भरत कुमार सोलंकी
3810.💐 *पूर्णिका* 💐
3810.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
Ikrar or ijhaar
Ikrar or ijhaar
anurag Azamgarh
श्रंगार
श्रंगार
Vipin Jain
"अदा"
Dr. Kishan tandon kranti
शीर्षक -शीतल छाँव होती माँ !
शीर्षक -शीतल छाँव होती माँ !
Sushma Singh
खुद से ही प्यार करने लगी हूं
खुद से ही प्यार करने लगी हूं
Jyoti Roshni
সেই আপেল
সেই আপেল
Otteri Selvakumar
अपने आत्मविश्वास को इतना बढ़ा लो...
अपने आत्मविश्वास को इतना बढ़ा लो...
Ajit Kumar "Karn"
शायरी
शायरी
Sandeep Thakur
हकीकत से रूबरू हो चुके हैं, अब कोई ख़्वाब सजाना नहीं है।
हकीकत से रूबरू हो चुके हैं, अब कोई ख़्वाब सजाना नहीं है।
अनिल "आदर्श"
#खोटे सिक्के
#खोटे सिक्के
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
भोले बाबा की महिमा भजन अरविंद भारद्वाज
भोले बाबा की महिमा भजन अरविंद भारद्वाज
अरविंद भारद्वाज
पाठशाला कि यादें
पाठशाला कि यादें
Mansi Kadam
सबके राम
सबके राम
Sudhir srivastava
कुछ लोग अच्छे होते है,
कुछ लोग अच्छे होते है,
Umender kumar
मुकाबला करना ही जरूरी नहीं......
मुकाबला करना ही जरूरी नहीं......
shabina. Naaz
Loading...