नहीं देखा….🖤
🖤मेरी ज़िद्द देखी सबने ,
मेरा सब्र नहीं देखा !
मेरी मुस्कुराहट देखी सबने ,
मेरा हश्र नहीं देखा !🖤
🖤मेरी कमाई देखी सबने ,
मेरा खर्च नहीं देखा !
मेरा घमंड देखा सबने ,
मेरा फक्र नहीं देखा !🖤
🖤मेरा स्वर्ग देखा सबने ,
मेरा नर्क नहीं देखा !
मेरी आवाज़ सुनी सबने ,
मेरा अर्थ नहीं देखा !🖤
🖤मेरा काम देखा सबने ,
मेरा व्यर्थ नहीं देखा !
मेरा रंग देखा सबने ,
मेरा ढंग नहीं देखा !🖤
🖤मेरी नफ़रत देखी सबने ,
मेरा संग नहीं देखा !
और गर मेरा संग देखा सबने ,
तो मेरा मन नहीं देखा !🖤
✍️सृष्टि बंसल