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12 Dec 2021 · 1 min read

नहीं थे दूर ___ मुक्तक

नहीं थे दूर हम तुमसे किया मजबूर क्यों हमको।
चाहते हैं अब भी तुमको क्यों नही चाहते हो हमको।।
गिले शिकवे भुला देना हमें तुम फिर अपना लेना।
नहीं कोई और चाहत है यही बस चाहत है हमको।।
राजेश व्यास अनुनय

Language: Hindi
4 Likes · 6 Comments · 185 Views
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