Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Jan 2022 · 1 min read

नहीं जानते

नहीं जानते

हवा के झोंके
खुद को
बता रहे हैं तूफ़ान
वे नहीं जानते
झोंका होना
बेहतर है
तूफ़ान होने से

-विनोद सिल्ला

Language: Hindi
157 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
सभी को सभी अपनी तरह लगते है
सभी को सभी अपनी तरह लगते है
Shriyansh Gupta
" जुदाई "
Aarti sirsat
दहेज.... हमारी जरूरत
दहेज.... हमारी जरूरत
Neeraj Agarwal
बोट डालणा फरज निभाणा -अरविंद भारद्वाज
बोट डालणा फरज निभाणा -अरविंद भारद्वाज
अरविंद भारद्वाज
#ग़ज़ल-
#ग़ज़ल-
*प्रणय प्रभात*
नाचणिया स नाच रया, नचावै नटवर नाथ ।
नाचणिया स नाच रया, नचावै नटवर नाथ ।
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
शिव-शक्ति लास्य
शिव-शक्ति लास्य
ऋचा पाठक पंत
मेरे हाथों से छूट गई वो नाजुक सी डोर,
मेरे हाथों से छूट गई वो नाजुक सी डोर,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
हम
हम
Adha Deshwal
My Guardian Angel
My Guardian Angel
Manisha Manjari
प्रेम की चाहा
प्रेम की चाहा
RAKESH RAKESH
त्योहार
त्योहार
Dr. Pradeep Kumar Sharma
एक छोटी सी बह्र
एक छोटी सी बह्र
Neelam Sharma
ज़िंदा हूं
ज़िंदा हूं
Sanjay ' शून्य'
हृदय को ऊॅंचाइयों का भान होगा।
हृदय को ऊॅंचाइयों का भान होगा।
Pt. Brajesh Kumar Nayak
3476🌷 *पूर्णिका* 🌷
3476🌷 *पूर्णिका* 🌷
Dr.Khedu Bharti
आशियाना
आशियाना
Dipak Kumar "Girja"
कृष्णा सोबती के उपन्यास 'समय सरगम' में बहुजन समाज के प्रति पूर्वग्रह : MUSAFIR BAITHA
कृष्णा सोबती के उपन्यास 'समय सरगम' में बहुजन समाज के प्रति पूर्वग्रह : MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
रही प्रतीक्षारत यशोधरा
रही प्रतीक्षारत यशोधरा
Shweta Soni
वक्त का घुमाव तो
वक्त का घुमाव तो
Mahesh Tiwari 'Ayan'
ख़ामोशी है चेहरे पर लेकिन
ख़ामोशी है चेहरे पर लेकिन
पूर्वार्थ
25. *पलभर में*
25. *पलभर में*
Dr Shweta sood
"तेरे वादे पर"
Dr. Kishan tandon kranti
समाज सेवक पुर्वज
समाज सेवक पुर्वज
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
जीवन में ख़ुशी
जीवन में ख़ुशी
Dr fauzia Naseem shad
*अन्नप्राशन संस्कार और मुंडन संस्कार*
*अन्नप्राशन संस्कार और मुंडन संस्कार*
Ravi Prakash
पर्यावरण है तो सब है
पर्यावरण है तो सब है
Amrit Lal
आपका स्नेह पाया, शब्द ही कम पड़ गये।।
आपका स्नेह पाया, शब्द ही कम पड़ गये।।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
जो  रहते हैं  पर्दा डाले
जो रहते हैं पर्दा डाले
Dr Archana Gupta
दोस्ती का तराना
दोस्ती का तराना
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
Loading...