नसीब की बात
नसीब नसीब की बात होती है
किसी के नसीब में हँसना तो किसी का रोना होता है
किसी के नसीब में जीना तो किसी का मरना होता है,
ये नसीब की ही बात होती है
जो उसको अमीर तो मुझे गऱीब बनाती है
किसी को भरा तो किसी को भूखा पेट सुलाती है,
ये नसीब नसीब की बात होती है
जो उसको घर तो मुझे घाट ले जाती है