नशा
नशा,
व्यक्ति को तोड़ देता है,
जिन्दगी बरबाद कर के छोड़ देता है ।
बुद्धि विवेक मान मर्यादा,
रिश्ते नाते सब तार तार करता है,
नशा व्यक्ति के अस्तीत्व पर वार करता है ।।
(स्वरचित – मौलिक – सर्वाधिकार सुरक्षित)
विजय प्रताप शाही
गोरखपुर, उत्तर प्रदेश