नशा मुक्त अनमोल जीवन
जीवन बड़ा अनमोल है प्राणी,
इसे न करो नशे के लिए बर्बाद।
चौरासी लाख योनियों के बाद मिला है,
हमें यह इंसान का अवतार ।
इसे नहीं करो प्राणी,
तुम नशे के लिए बर्बाद।
इंसान का जीवन देकर ईश्वर ने,
हम पर किया है बड़ा उपकार।
इस उपकार को गले लगा लो,
न करो इसे नशे के लिए बर्बाद।
यह नशा बड़ी बूरी चीज है प्राणी,
यह नही रहने देता है इंसान को इंसान।
नशे की हालत में कहां खबर होता है
कब बन जाता है इंसान,
इंसान से वह शैतान।
माँ-बाप के लिए उम्मीद हो प्राणी,
हो तुम उनके जीवन का चिराग।
अपने नशे की शौक के खातिर ,
तुम मत छिनों उनके जीवन का प्रकाश।
इस नशे ने कितने ही घरों को
कर दिया है बर्बाद ।
कितनों स्त्रियों का छिन लिया है
इस नशे ने सुहाग,
कितने का छिन लिया है
इस नशे ने औलाद।
कितने आँखों मे इसने,
जीवन भर का दे दिया सैलाब।
कैसे बताऊँ मै यह नशा चीज
कितनी है बेकार।
आओ हम सब मिलकर करे,
इस नशे का बहिष्कार ।
जो करता है हम सबके
सुन्दर जीवन को बर्बाद।
अनामिका