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27 Mar 2018 · 1 min read

नव वर्ष

चैत्र नवरात्रि प्रथमा
शुभ दिवस है
माँ का शुभ प्रवेश
स्थापित कलश है
नूतन वर्षाभिनन्दन है
हिन्दू नव वर्ष आगमन
पर सभी को वन्दन है
सनातन नव संवत्सर २०७५
आज है आया
देखो चहुंओर
हर्षोल्लास है बिखराया
हर्षित हृदय उल्लसित तन है
नव पल्लव कुसुमित उपवन है
कण-कण तृण तृण है हर्षाया
नव संवत्सर २०७५ है आया
नव सृजित दर्शित प्रकृति
नव ऋतु नव स्पंदन नव गति
जन जन मन उमंग उद्वेलित
नवरात्रि पर्व का उत्साह है छाया
नव संवत्सर २०७५ है आया।
शक्ति स्वरूपा माँ के
शुभ चरणों में
जय माता का स्वर है गुंजाया।

रंजना माथुर
जयपुर (राजस्थान)
मेरी स्व रचित व मौलिक रचना
©

Language: Hindi
212 Views
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