नव वर्ष
नव वर्ष
नव वर्ष तुम्हारा स्वागत है
खुशबू से चमन को महका दो,
दुःख राग द्वेष सब दूर रहें,
खुशियों से गुलिस्तां चहंका दो,
मम वाणी में दो घोल अमिय
पय धार सदृश ये हो जाये
गुरुजन के सम्मुख झुकूं सदा
मम ह्रदय क्षमागत हो जाये
तम के बादल छंट जाये सभी,
आलोकित हर पथ हो जाये
हो प्रेम वृष्टि चहुँ ओर सदा
वसुधा कुटुंब सम हो जाये