नव वर्ष
।।। अग्रिम बधाइयाँ, सबका हो शुभ नव वर्ष ।।।
जब आम में आये बोर,
हवा करने लगे अति शोर,
बसंत खिलने लगे चहुँओर,
खुशियों से झूम उठे भौर,
जब जन जन में छाया हर्ष,
आया आया हिन्दू नव वर्ष,
गूँज उठी माता की जयघोष,
घर घर में माँ भरती हैं कोष,
नया उत्साह और छाई उमंग,
विचारो की उठने लगी तरंग,
भाग रहा हैं दूर सबका कुसंग,
चल रहा हैं हर घर में सत्संग,
।।।जेपीएल।।।