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9 Jan 2021 · 1 min read

नव वर्ष

दर्द हरण कर सभी के , आने वाले साल
कोरोना से मरा जन , जीवन है बेहाल.

वर्ष बीस ने दिया है , हमको गहरा घाव
मगर वर्ष इक्कीस में , जिओ बड़े ही चाव

मार पडी जब वक्त की , खायी गहरी चोट
क्या दोष मुफलिसी का , जेब में न हो नोट

आने वाले साल तुम , खुशियाँ देना लाख
कोई ऐसा नहीं हो , जिसके हो अश्रु आँख

खडा द्वार नव वर्ष है , करे स्वागत आज
करे काज हम सदा वो , वतन करेगा नाज

संकल्प लेते आज हम , रखे सुता का मान
नजर दरिन्दे उठाये , ले ले उनकी जान

नये साल में देश यह , रचे कीर्ति के मान
कोई भूखा नहीं हो , फले सुखों की खान

जोश नया नित जगा दो,करे कुछ नया काम
बने जगत पहचान तब , नहीं रहे हम आम

भारत के हम निवासी, भारत की है शान
गलत नजर जो उठाये , हरण करे हम प्रान

ध्वज तिरंगा लहरता , हिमगिरी उतुंग शीश
विश्व पटल पर रहेगा , नाम सदा जगदीश

डंका अपना बजे अब , देश और परदेश
इसके आगे झुके सब ,यही आज है सन्देश

Language: Hindi
75 Likes · 1 Comment · 512 Views
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