नव वर्ष 2019 का स्वागत
स्वागत है नववर्ष का, दो हजार उन्नीस।
खुशियों से मन हो भरा, रहे न कोई टीस।।
रहे न कोई टीस, न हो आपस में शंका।
भारत का उत्कर्ष, विश्व मे बाजे डंका।।
कहि ‘कौशल’ कविराय, 18 हुआ वर्ष गत।
दो हजार उन्नीस, साल का अब है स्वागत।।
वर्ष मुबारक हो नया, सब जन हों खुशहाल।
गम का नहीं निशान हो, खुशियाँ हों हर डाल।।
खुशियां हों हर डाल, जगह, घर, कोना-कोना।
रहे न झूंठ फरेब, दुश्मनी का न रोना।।
कहि कौशल कविराय, सभी का हो गुड लुक-लक।
मानवता विस्तार, नया हो वर्ष मुबारक।।
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सभी मित्रों को नए साल 2019 की बहुत-बहुत शुभकामनाएं
©कौशल