Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Jan 2019 · 1 min read

नव वर्ष

नव वर्ष-
नए संकल्प,नए विकल्प,नव आदर्श
नई परिधि,नव सृजन का वर्ष
पुरातन में नूतन रंग
नव रास-रंग,परिहास संग
नई दिशाएँ,नवल आयाम
आयामों का प्रतिदर्श
मुबारक हो नववर्ष
शिथिल पग,बोझिल भार
अब आगे चलने से इंकार
कर तिरोहित सब व्यथा विकार
उर में नवजीवन संचार
स्नेह-सम्बन्धों का उत्कर्ष
मुबारक हो नववर्ष
जो आते है वो जाते है
कुछ खोकर क्यूँ पछताते है
साल बदला,काल बदला
जीवन का क्या सवाल बदला
तिनका तिनका नीड़ सँजोते
तरु-गुल्मों पर ऊँघते सोते
परिंदों का संघर्ष
मुबारक हो नववर्ष
चाँद वही,वही है दिनकर
दिवस-रात्रि तो आता बदलकर
बदले युग,बदली परिभाषा
शब्दों में जीवन की आशा
आशा-किरणों का अवमर्श
मुबारक हो नववर्ष
आमूल-चूल या किंचित परिवर्तन
संकल्प सदय सुखमय प्रवर्तन
जीवन पूरित हो सरगम के सुर से
मंगल-मोदमय,आनंद मधुर से
मधुरिमा का नवहर्ष
मुबारक हो नववर्ष
-©नवल किशोर सिंह

Language: Hindi
244 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
" उज़्र " ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
Bato ki garma garmi me
Bato ki garma garmi me
Sakshi Tripathi
जब तक लहू बहे रग- रग में
जब तक लहू बहे रग- रग में
शायर देव मेहरानियां
"वक्त के पाँव"
Dr. Kishan tandon kranti
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Mahendra Narayan
जहाँ करुणा दया प्रेम
जहाँ करुणा दया प्रेम
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
*फितरत*
*फितरत*
Dushyant Kumar
शब्द क्यूं गहे गए
शब्द क्यूं गहे गए
Shweta Soni
वो सोचते हैं कि उनकी मतलबी दोस्ती के बिना,
वो सोचते हैं कि उनकी मतलबी दोस्ती के बिना,
manjula chauhan
आनंद जीवन को सुखद बनाता है
आनंद जीवन को सुखद बनाता है
Shravan singh
#एक_विचार
#एक_विचार
*Author प्रणय प्रभात*
कब मिलोगी मां.....
कब मिलोगी मां.....
Madhavi Srivastava
मै ज़ब 2017 मे फेसबुक पर आया आया था
मै ज़ब 2017 मे फेसबुक पर आया आया था
शेखर सिंह
कविता
कविता
Shyam Pandey
फूलों से भी कोमल जिंदगी को
फूलों से भी कोमल जिंदगी को
Harminder Kaur
मेरी आंखों में कोई
मेरी आंखों में कोई
Dr fauzia Naseem shad
"" *हे अनंत रूप श्रीकृष्ण* ""
सुनीलानंद महंत
दस्तक
दस्तक
Satish Srijan
ईश्वर का
ईश्वर का "ह्यूमर" रचना शमशान वैराग्य -  Fractional Detachment  
Atul "Krishn"
बगुले ही बगुले बैठे हैं, भैया हंसों के वेश में
बगुले ही बगुले बैठे हैं, भैया हंसों के वेश में
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
सद्ज्ञानमय प्रकाश फैलाना हमारी शान है।
सद्ज्ञानमय प्रकाश फैलाना हमारी शान है।
Pt. Brajesh Kumar Nayak
वैशाख का महीना
वैशाख का महीना
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
3049.*पूर्णिका*
3049.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
हथियार बदलने होंगे
हथियार बदलने होंगे
Shekhar Chandra Mitra
ग़ज़ल /
ग़ज़ल /
ईश्वर दयाल गोस्वामी
*दिल में  बसाई तस्वीर है*
*दिल में बसाई तस्वीर है*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
इंसान का मौलिक अधिकार ही उसके स्वतंत्रता का परिचय है।
इंसान का मौलिक अधिकार ही उसके स्वतंत्रता का परिचय है।
Rj Anand Prajapati
*रिटायर हो गए तो कौन, साहिब कौन चपरासी (हास्य व्यंग्य मुक्तक
*रिटायर हो गए तो कौन, साहिब कौन चपरासी (हास्य व्यंग्य मुक्तक
Ravi Prakash
यदि आपका स्वास्थ्य
यदि आपका स्वास्थ्य
Paras Nath Jha
शिव - दीपक नीलपदम्
शिव - दीपक नीलपदम्
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
Loading...