फूलों से भी कोमल जिंदगी को
फूलों से भी कोमल जिंदगी को
कांटो पर चलकर बसर करना
कितना मुश्किल होता है
अपनों के बीच रहकर
गैरों सा बर्ताव सहना ।
फूलों से भी कोमल जिंदगी को
कांटो पर चलकर बसर करना
कितना मुश्किल होता है
अपनों के बीच रहकर
गैरों सा बर्ताव सहना ।