नव भारत में मेरे कान्हा
नवभारत में मेरे कान्हा,
एक बार तो आना होगा।
मटकी लस्सी नहीं है तो क्या?
अमूल का दही खाना होगा।
नव भारत में मेरे कान्हा,
एक बार तो आना होगा।
मृदुजल नदियों का पिये थे,
अब बोतल बिसलेरी पीना होगा।
ग्वाल बाल संग गाय चराये,
व्हाट्स ऐप पर मन बहलाना होगा।
नव भारत——————.
गोपियों संग रास रचाकर,
प्रेम मर्यादा खूब सिखाया।
जीन्स पैंट पतलून पहनकर,
तुम्हें पिकनिक पर जाना होगा।
नव भारत——————.
मुरली की मोहक धुन पे,
सखियॉँ सब दौड़ी आती थी।
आज तरंगें बहुत बढ़ गईं,
डी जे पर डांस दिखाना होगा।
नव भारत——————.
फूल थाल में बारह व्यंजन,
लगा पालथी खाते थे,
अब बिरयानी हाथों में थाली,
खड़े बफर में खाना होगा।
नव भारत ———————.
चीर हरी जब दुःसाशन ने,
मर्यादा उसको बतलाया।
आज अर्ध्वस्त्र घूमें गोपियां,
साड़ी की साख बताना होगा।
नव भारत ———————-.
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अशोक शर्मा, कुशीनगर,उ.प्र
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